Director's Message

सम्माननीय अभिभावकगण.

वैश्वीकरण के इस दौर में भविष्यव अपने बच्चों के प्रति हमारे दृष्टिकोण में बहुत क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं।हमारा बच्चा 2

वर्ष का होता है और हम चिंतित हो जाते हैं उसे अच्छे संस्कार और शिक्षा देने के लिए।

वैज्ञानिक तथ्य है कि बच्चों की ग्राहय क्षमता जीवनमें 0-5 वर्ष तक 70% होती है जो सर्वाधिक है। वो जो देखता है,  करता है जीवन पर्यन्त उसके मस्तिष्क में स्थायी हो जाता है।इसलिए हम तलाशते हैं एक अच्छा स्कूल जहाँ उसके भविष्य को गढ़ा जा सके और उसके लिए हम अपने सामर्थ्य से भी अधिक मूल्य पर उसे अच्छी शिक्षा प्रदान कराने का बीड़ा उठाते हैं।

एक अच्छा स्कूल वही है जो हमारी इच्छानुसार अच्छे संस्कारों के साथ अच्छी शिक्षा को अंदर से आत्मसात्कने की इच्छा शक्ति पैदा करने में सक्षम हो। हरपालक अपने बच्चेको डॉक्टर,  इंजीनियर,  कलेक्टर आदि बनाने का सपना देखता है,  मगर मेरा मानना है कि बच्चे का मन क्या चाहता है,  उसके अंदर की छुपी प्रतिभा को समझकर यदि उसे उसी दिशा में प्रोत्साहित किया जाये तो वह भविष्य में जो भी बनेगा,  श्रेष्ठतम बनेगा।

विगत वर्षो में शिक्षा के क्षेत्र में रतरहने से मैंने शिक्षा के मर्म को जो समझा,  उस आधार पर मन में एक परिकल्पना ने जन्म लिया और उसे ही आज साकार करने का यह प्रयास कर रहा हूँ। एक वादे के साथ यह स्कूल मात्र एक व्यापारिक प्रतिष्ठान न बनकर क्षेत्र को एक ऐसा आधार दे जिस पर पूर्णविश्वास कर हम अपने सपनों को साकार कर पाने में सफल हो सकें।

हिन्दी हमारी मातृभाषा है एवं राष्ट्रभाषा भी जिस पर पूरा अधिकार हो ना हमारा धर्म भी है और आवश्यकता भी।उच्च शिक्षा चाहे वह जिस भी उद्देश्य के लिये हो उसका माध्यम अंग्रेजी ही है उसे भी हम उतना ही महत्व देंगे तभी हम अपने देश में या विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्तकर सकेंगे, अतः संस्कार ग्लोबल स्कूल में दोनो भाषा में पूर्णअ धिकार होना हरा पहला प्रयास होगा। एक साफ -स्वच्छ वातावरण,  मनोवैज्ञानिक आधार आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से शिक्षा हमारा लक्ष्य है।पवित्र उद्देश्य के लिये कि येग ये हर प्रयास को ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है,  आपके सहयोग से हम उसे निश्चित प्राप्त कर 

सकेंगे ऐसा मेरा विश्वास है।

अंतमें, मैं अपने सभी सम्माननीय अभिभावक गणों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे प्रथम वर्ष से ही अपने नौनिहालों का भविष्य संवारने में हम पर विश्वास व्यक्त कर हमें इसपु नीतकार्यहेतु सहयोगी बनाया उनका यही विश्वास हमारी नींव काआधार है, जो एक धरोहर के रूप में हमेशा हमारे साथ रहेगी।